दिल्ली का लाल किला किसने बनवाया था और कब
विश्व प्रसिद्ध दिल्ली का लाल किला राजधानी दिल्ली में स्थित भारतीय और मुगल वास्तु शैली से बने इस भव्य ऐतिहासिक किले का निर्माण पांचवे मुगल शासक शाहजहां ने करवाया था।
यह लाल किला, दिल्ली में यमुना नदी के तट पर स्थित है यह लाल किला तीनों तरफ से यमुना नदी से घिरा हुआ है। जिसके अद्भुत सौंदर्य और आकर्षण को देखते ही बनता है विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल विश्व प्रसिद्द सर्वश्रेष्ठ किले का निर्माण की शुरुआत पांचवे मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा 1638 ईस्वी में करवाई गई थी।
दिल्ली के लाल किले का निर्माण का कार्य 1648 ईस्वी तक करीब 10 साल तक चला, शाहजहां अपने द्वारा बनाए गए सभी किलो मे से इस लाल किले को बेहद आकर्षक और सुंदर बनाना चाहते थे इसलिए उन्होंने 1638 ईस्वी में ही अपनी राजधानी आगरा को दिल्ली शिफ्ट कर लिया था।
18 वीं सदी में अंग्रेजों ने लाल किले पर अपना कब्जा जमा लिया और इस किले को जमकर लूटपाट की भारत आजाद होने के बाद सबसे पहले देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस पर तिरंगा लहराकर देश के नाम संदेश दिया था
देश की आजादी के बाद लाल किले का इस्तेमाल सैनिक प्रशिक्षण के लिए किया जाने लगा और फिर यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर हुआ वहीं इसके आकर्षण और भव्यता की वजह से इसे 2007 में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था और आज लाल किले की खूबसूरती देखने दुनिया के कोने कोने से लोग आते हैं।
लाल किला कहां पर है
लाल किला भारत की राजधानी दिल्ली मे नेताजी सुभाष मार्ग चाँदनी चौक न्यू दिल्ली मे स्थ्थि है।
Netaji Subhash Marg, Lal Qila, Chandni Chowk, New Delhi, Delhi 110006
लाल किले के बारे में जानकारी
लाल किले में कितने गेट हैं
दिल्ली के लाल किले के दो प्रवेश द्वार है एक दिल्ली गेट और दूसरा लाहौर गेट दिल्ली गेट का इस्तेमाल जनता के लिए किले के प्रवेश द्वार के रूप में किया जाता है आपको बता दें स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री लाहौर गेट से ही राष्ट्रीय ध्वज बनाने आते हैं।
लाल किले का मालिक कौन
विश्व प्रसिद्ध दिल्ली का लाल किला पर अधिकार भारतीय सरकार का है क्योंकि यह एक ऐतिहासिक इमारत है जो भारत सरकार के अधीन आती है।
लाल किले का पूरा नाम क्या है
दिल्ली के लाल किले को आज लाल किले के नाम से जाना जाता है परन्तु इसका असली नाम किला ए मुबारक है मुगल शासन में शाही परिवार के लोग इसे मुबारक किला भी कहते थे।
लाल किले का खुलने का समय
दिल्ली के लाल किला पर्यटकों के लिए मंगलवार से रविवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम को 4:30 बजे तक खुले रहते हैं कोई भी पर्यटक शीश झुका कर अंदर प्रवेश कर सकता है शुक्रवार को लाल किले मे प्रवेश मुक्त ( फ्री ) होता है लाल किले के आसपास सड़कों का नेटवर्क भी बहुत अच्छा है ऐसे में किसी भी व्यक्ति को कहीं भी पहुंचने में ज्यादा दिक्कत नहीं आती पर्यटक नक्शे की मदद से आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पहुंच सकते हैं।
लाल किले में दुसरे शासको का अधिकार
18वी सदी आते ही मुग़ल साम्राज्य का पूरी तरह से पतन हो गया औरंगजेब ने अपने शासन में लाल किले में मोती मस्जिद का निर्माण करवाया। औरंगजेब के शासन से हटने के बाद लाल किला पर करीब 30 वर्षो तक किसी ने भी शासन नहीं किया यह किला एक लावारिस की तरह पड़ा रहा।
1712 में जहंदर शाह को यहाँ का शासक बनाया गया. कुछ ही साल में इनको मार कर फर्रुखसियर यहा का राजा बन गया। फर्रुखसियर ने इस किले की चाँदी की दीवारों को उखाड़ कर तांबे की दीवारे लगा दी। इस किले को पूरी तरह से लूट लिया गया।
इसके बाद 1719 में लाल किले में मुहम्मद शाह आ गए, उन्हें रंगीला राजा के रूप में जाना जाता था. मुहम्मद शाह ने यहाँ 1739 तक राज्य किया। इसके बाद फारसी सम्राट नादिर शाह से वे हार गए, जिससे बाद लाल किले की गद्दी नादिर शाह को मिली।
1803 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से मराठाओं की लड़ाई हुई, जिसमें वे हार गए, और दिल्ली व लाल किला दोनों पर मराठा का अधिकार नहीं रहा।
लड़ाई जितने के बाद ब्रिटिश लोगों ने मुगलों की इस एतेहासिक जगह को अपना घर बना लिया. ब्रिटिश लोगों 1857 की लड़ाई में ब्रिटिश सरकार का इस किले पर अधिकार हो गया।
1857 की लड़ाई के बाद जब अग्रेज़ भारत छोड़ कर चले गए तब इस लाल किले पर यानी आजादी के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी ने लाल किले के लाहौर दरवाजे पर अपने देश की शान तिरंगे झंडे को फ़हराया। आजादी के बाद से लाल किले को आर्मी की छावनी बना दिया गया। और अब दिल्ली का लाल किला पूरी तरह से सरकार के अधीन चला गया।
लाल किला कितने एकड़ में है
लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है, 10 वर्षों में इस किले का निर्माण कार्य पूरा हुआ और बादशाह 1648 में इस किले में रहने के लिए आये, यह किला 2.4 किलोमीटर की चारदीवारी में बना हुआ है।
लाल किला कौन से दिन बंद रहता है
दिल्ली का लाल किला मंगलवार से रविवार तक सुबह 7:00 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच खुला रहता है और सोमवार को बंद रहता है।
लाल किला कौन से पत्थर से बना है
दिल्ली का लाल किला यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बेहतरीन लाल बलुआ पत्थरों से बनाया गया है इस किले को ए मुबारक के नाम से भी जाना जाता है इसमें कई सुंदर महल इमारतें, गुंबदाकार और मस्जिद है मुगल सम्राट शाहजहां ने लाल किले को अपनी राजधानी शाहजहानाबाद के महल के रूप में बनवाया था।
लाल किला लाल क्यों है
दिल्ली का लाल किला असलियत में सफेद रंग का बनाया गया था यह किला पूरी तरह से सफेद रंग के पत्थरों से बना हुआ है जिन्हें चुनाव पत्र कहा जाता है लेकिन काफी समय बीतने के बाद इन पत्रों का रंग बुरी तरह से खराब हो गया था इसकी वजह से ब्रिटिश सरकार ने इसके ऊपर लाल रंग करा दिया इसलिए दिल्ली के इस किले को लाल किला कहा जाता हैं।
लाल किले की देखरेख कौन करता है
डालमिया भारत समूह एमओयू के तहत स्मारक की देखरेख करेगा और इसके इर्द-गिर्द आधारभूत ढांचा तैयार करेगा
लाल किला कितना पुराना है
दिल्ली का लाल किला का निर्माण 1638 मे हुआ था ओर करीब 1648 मे पूरा हो गया था । लाल किला 374 साल पुराना है। इसका इतिहास बहुत प्राचीन रहा है।
लाल किले की टिकट प्राइस 2022
बच्चों और वयस्कों को केवल स्मारक घूमने का टिकट कर्मश: 35 रुपए और 50 रुपए है। वहीं स्मारक और संग्रहालय दोनों देखने का टिकट क्रमश: 56 रुपए और 80 रुपए का है।
लाल किला किसने बनवाया | पांचवे मुगल शासक शाहजहाँ ने बनवाया |
लाल किला कहाँ स्थित है | पुरानी दिल्ली में स्थित है |
लाल किला कितने एकड़ में बना हुआ है | 254.67 एकड़ क्षेत्रफल में बना हुआ है |
लाल किले में कितने दरवाजे हैं | 6 दरवाजें है |
लाल किला कितने दिन खुला रहता है | हफ्ते में 6 दिन आम जनता के लिए खुला रहता है |
लाल किला बनने में पूरा समय कितना लगा | 10 साल |
लाल किले पर सबसे पहले तिरंगा कब लहराया गया | 16 अगस्त 1947 को |
लाल किले में कौन-कौनसे दर्शनीय स्थल है | छाबरी बाजार, लाहौरी दरवाजा, दिल्ली दरवाजा, पानी दरवाजा, चट्टा चौक, नौबत खान, दीवान ए आम, मुमताज महल, दीवाने खास और मोती मश्जिद |
लाल किले का डिजाईन किसने बनाया उस्ताद अहमद लाहौरी ने |
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