Advertisements

Holi Par Nibandh In Hindi-2024

By | March 4, 2023
Advertisements

Holi Par Nibandh In Hindi – होली भारतीय उपमहाद्वीप में मनाई जाने वाली एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। यह उत्सव फाल्गुन मास के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग रंगों से खेलते हैं, गुलाल फेंकते हैं और मिठाई खाते हैं।

Holi Par Nibandh In Hindi – होली का उत्साह पूरे देश में देखा जा सकता है। यह उत्सव लोगों को एक दूसरे के साथ मिलने, धन की प्राप्ति करने, संगीत और नृत्य करने और खुशियों के साथ मनाने का एक अवसर प्रदान करता है। होली एक ऐसा उत्सव है जो सभी धर्मों और समुदायों के लोगों द्वारा मनाया जाता है।

होली क्यों मनाई जाती है निबंध – Holi Par Nibandh In Hindi

Holi Par Nibandh In Hindi – होली भारत का प्रसिद्ध त्योहार है जो हर साल फाल्गुन महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस त्योहार में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ रंग खेलते हैं, गुलाल फेंकते हैं, मिठाई खाते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं।

होली के पीछे कई कहानियां हैं। एक कहानी के अनुसार, हिरण्यकश्यप नामक राक्षस का बच्चा प्रहलाद था, जो अपने पिता का भी विरोध कर उनके विरुद्ध भगवान विष्णु की पूजा करता था। हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को अग्नि में जलाकर प्रहलाद को मारने की कोशिश की, लेकिन होलिका जलकर मर गई जबकि प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ। इसी घटना के उत्सुकता से होली मनाई जाती है।

होली को सामाजिक एवं धार्मिक त्योहार के रूप में मनाया जाता है और इससे सभी वर्गों के लोग जुड़ते हैं। इस त्योहार का महत्व भी बहुत है क्योंकि यह समाज में एकता और प्रेम का संदेश देता है। इसलिए, होली सभी लोगों के बीच खुशी और उल्लास भरा महसूस करता है।

होली एक रंगबिरंगा उत्सव होता है जो सभी लोगों को खुशी और मनोरंजन से भर देता है। इस त्योहार के दौरान लोग मिठाई, नमकपारे, गुजिया आदि का सेवन करते हैं और एक दूसरे के साथ खुशी मनाते हैं। होली देश के विभिन्न हिस्सों में भिन्न-भिन्न रूपों में मनाई।

होली कितने देशों में मनाई जाती है

होली भारत व नेपाल के अलावा दुनिया के कुछ अन्य देशों में भी मनाई जाती है। भारत में होली सभी राज्यों में मनाई जाती है लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में यह बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

होली का मनाने का समय – Holi Par Nibandh In Hindi

होली का मनाने का समय हर साल विभिन्न दिनों पर होता है, इसके लिए हमें हिंदू पंचांग का उपयोग करना पड़ता है। होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, जो फरवरी या मार्च के महीने में पड़ती है। इस साल, 2023 में, होली का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा।

आमतौर पर होली का त्योहार एक दिन का होता है, लेकिन कुछ स्थानों पर इसे दो दिन तक मनाया जाता है। होली के दूसरे दिन को “धुलेंडी” भी कहते हैं जो कि फाल्गुन के महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

सामान्य रूप से होली का त्योहार भारत और नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन आजकल यह दुनिया के कई अन्य हिस्सों में भी मनाया जाता है।

Holi Par Nibandh In Hindi, होली क्यों मनाई जाती है निबंध, होली का धार्मिक महत्व क्या है?, Holi Shayari - Holi Shayari Hindi

Holi Shayari – Holi Shayari Hindi

होली का रंगों से त्योहार,
जो आते हैं सभी के जीवन में प्यार,
रंग बरसाते हैं जो खुशियों के संग,
खुशियों से भर जाता हैं हर दिल और रंग।

रंग बरसाओ, खुशियों से भर जाओ,
होली का त्योहार हैं जीवन का नया अध्याय।
बुराई का हो विनाश, खुशियों का हो उत्थान,
होली के इस पावन अवसर पर सबको बधाई और शुभकामनाएं।

आया होली का त्यौहार, सबको रंगों से नहाया,
खुशियों से भर जाये आपका जीवन, सब दुःखों को भुलाया,
मिलें रंगों की बहार, सब दोस्तों के संग झूमे,
खुशी और मिठास से भर जाये आपका हर पल और आपकी जिंदगी हमेशा रहे खुशहाल।

होली का त्योहार है आया,
खुशियों का संगम है लाया,
गले मिलते हैं भाई बहन,
हर घर में खुशी का महौल छाया।

होली का धार्मिक महत्व क्या है? – Holi Par Nibandh In Hindi

Holi Par Nibandh In Hindi – होली भारत में मनाई जाने वाली सबसे रंगीन और उत्साही त्योहारों में से एक है। होली का धार्मिक महत्व हिंदू धर्म के अनुसार कुछ विभिन्न कारणों से माना जाता है।

पहला कारण होली का मनाया जाना है क्योंकि इस दिन पूर्व काल में असुरक्षित था और लोग इस दिन सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े आग को जलाते थे। इस दिन लोग अपनी भलाई के लिए दुश्मनों को माफ कर देते थे।

दूसरा कारण है, होली का महत्व भगवान श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम को स्मरण करने के लिए मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी माखन चुराने की चपेट में भगिनाओं के साथ इस त्योहार का खेल खेला था।

तीसरा कारण होली के महत्व में आंध्र प्रदेश में मनाये जाने वाले होलिका दहन का है। होलिका दहन उस समय के एक ऐसे इतिहास से जुड़ा हुआ है जब प्रहलाद के बाप ने उन्हें भगवान विष्णु के प्रति श्रद्धा नहीं रखने की कोशिश की थी। इस उत्सव के दौरान लोग होलिका बनाते हैं और इसे आग में जलते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *